G-7
जी-7 की Uk ने भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और दक्षिण अफ्रीका को अतिथि के रूप में इस सम्मेलन में आमंत्रित किया है। कोरोना महामारी को मद्देनजर रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 12 और 13 जून को इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले हैं। इस वर्ष 'बिल्ड बैक बेटर' विषय पर चर्चा की जाएगी। जिसके अंतर्गत भविष्य में आने वाली महामारियों के खिलाफ लड़ने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करना है।
Chin को फ़िक्र
चीन को सबक देना जरूरी है क्या अमरीका इस बात को गुप्त रूप से मीटिंग में शामिल करेगा या यही महत्पूर्ण दिशा है । जिस औऱ दुनिया को एक करना जरूरी है।
वायरस महामारी को लेकर चीन की वुहान वायरोलॉजी लैब एक बार फिर चर्चा में है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यह जानलेवा वायरस इसी लैब से निकला है। हालांकि, चीन इस बात से साफ इनकार करता रहा है। लेकिन, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करने के आदेश दिए जाने के बाद इस लैब का नाम फिर उछला है।
यह एक ऐसा समन्वित माॅडल है जिसमें पर्यावरण स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य तथा मानव स्वास्थ्य का सामूहिक रूप से संरक्षण किया जाता है। यह मॉडल महामारी विज्ञान पर अनुसंधान, उसके निदान और नियंत्रण के लिये वैश्विक स्तर पर स्वीकृत मॉडल है जो पूरी दुनिया मे एक हो।
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